CM शिवराज ने किसानों के खाते में भेजे 1700 करोड़ रुपये, कहा- विकास में कोई कसर नहीं छोडूंगा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रीवा में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना अंतर्गत कृषक परिवारों के लाभ वितरण कार्यक्रम के अवसर पर विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लेकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में कन्यापूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं, किसानों के खाते में ₹1700 करोड़ की राशि का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया।
पीएम मोदी के बारे में बताते हुए सीएम शिवराज बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विश्व को दिशा दिखा रहे हैं, उनका और हमारी प्रदेश की सरकार का एक ही मकसद है – खेती को लाभ का धंधा बनाना। उन्होंने जब किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत रु. 6,000 की मदद देने का निर्णय लिया, तो हमने भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत उसी राशि के साथ रु. 4,000 देने का निर्णय लिया।
विकास में कोई कसर नहीं छोड़ूँगा
सीएम ने कहा कि विंध्य की पवित्र धरा के नागरिकों से कहना चाहता हूँ, कि आपने भारतीय जनता पार्टी को भरपूर आशीर्वाद दिया है, मैं आप सभी के कल्याण और क्षेत्र के विकास में कसर नहीं छोड़ूँगा। ग्वालियर, चम्बल, विंध्य, बुंदेलखंड, ऐसा कोई भी संभाग नहीं बचा, जहाँ विकास की गंगा न बही हो।
यह सरकार गरीबों की सरकार है
सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मध्यप्रदेश की विकास दर 19.7% है। यह देश में सबसे ज्यादा है। इसका कारण यह है कि मध्यप्रदेश में सिंचाई बढ़ी है, जिससे किसानों का उत्पादन बढ़ा है। कमलनाथ और कांग्रेस ने कर्जमाफ़ी के नाम पर ब्याज की गठरी आपके सिर पर रख दी है, मैं वादा करता हूँ कि उस ब्याज की गठरी को मैं हटा दूंगा। यह सरकार किसानों से दो हजार रुपये से अधिक में गेहूँ खरीदती है और गरीबों को एक रुपये प्रति किलो में बाँट देती है। यह सरकार गरीबों की सरकार है।
सीएम ने दी प्राकृतिक खेती करने की प्रेरणा
सीएम ने चिंता जताते हुए कहा कि कीटनाशक और खाद के कारण हमारी धरती का स्वास्थ्य खराब होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने निवेदन किया कि किसान प्राकृतिक खेती करें। प्राकृतिक खेती से किसानों की लागत बहुत कम हो जाती है, पानी की जरूरत कम होती है और जो फसल पैदा होती है, वह बिना किसी रोग के होती है। हमें कृषि का विविधीकरण करना है। हम अलग-अलग तरह की खेती करें। हमने एक नीति बनाई है, जिसके अन्तर्गत कंपनी को जिस चीज की जरूरत है, उसके लिए किसानों से कॉन्ट्रैक्ट करे। इससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ होगा।
सीएम ने गिनाई स्वामित्व योजना के लाभ
सीएम ने कहा कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत गाँव की सभी संपत्तियों का सर्वे करके हम जमीन के मालिक को अधिकार पत्र देंगे। इससे बैंक लोन मिल सकेगा और जमीन की खरीदी की जा सकेगी। हम साढ़े छः सौ करोड़ रुपये की मूंग अपने भांजे-भांजियों को वितरित कर रहे हैं। इसको खाने से उनको पोषण मिलेगा जिससे वो स्वस्थ रहेंगे।
बाणसागर पर सीएम ने कांग्रेस को घेरा
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सीएम बोले ईमानदारी से सोच कर देखो 50 साल जिस कांग्रेस ने राज किया वो कांग्रेस बाणसागर में सिर्फ शिलान्यास के पत्थर गढ़ाती रही। कभी बाणसागर बना नहीं साढ़े 7 लाख हेक्टेयर में कुल सिंचाई की व्यवस्था वो भी केवल कांग्रेस की नहीं थी राजा, महाराजा, अंग्रेज उन सभी ने जो कोशिश की उसका परिणाम था । आज मैं, गर्व के साथ कहता हूं मध्यप्रदेश वासियों हमने उस सिंचाई को बढ़ाकर 13 लाख हेक्टेयर कर दिया है।
किसानों के मसीहा बनेंगे मामा
सीएम ने फिर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुझे कहते हुए तकलीफ होती है कमलनाथ सरकार ने फसल बीमा योजना का रु 2200 करोड़ का प्रीमियम वही जमा नहीं किया। इसलिए किसानों को 3 हजार करोड़ रुपए मिला ही नहीं। मैंने मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले यह फैसला किया उस कोरोना की कड़की में हमने 2200 करोड़ रुपए जमा किया और किसान के खाते में वो 3 हजार करोड़ रुपए पहुंचने का काम किया। कमलनाथ एक धोखा और देकर गए थे वह था 2 लाख का सभी का कर्ज माफ! हालत बाद में यह हो गई कि, कर्ज माफ तो हुआ नहीं डिफॉल्टर और हो गए। ब्याज की गठरी सर पर चढ़ गई, लोग परेशान है। इसलिए रीवा की इस धरती से मैं मध्यप्रदेश के सभी किसानों को कहना चाहता हूं “कमलनाथ और कांग्रेस कर्ज माफी के नाम पर जो ब्याज की गठिया तुम्हारे सिर पर छोड़ कर गई है उस ब्याज की गठरी को मामा हटाएगा।” ताकि किसान को डिफॉल्टर न रहना पड़े।