परशुराम जयंती पर CM शिवराज ने की महत्त्वपूर्ण घोषणाएं, संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दी जाएगी छात्रवृत्ति

अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर भगवान परशुराम की प्रतिमा प्रतिष्ठा समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। इस कार्यकम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कांग्रेस नेता पीसी शर्मा और अन्य नेतागण भी शामिल हुए। सीएम शिवराज ने अपने भाषण के दौरान इस अवसर पर कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं की।

सीएम ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान परशुराम जी ने धर्म की रक्षा के लिए हमें शक्ति और साहस देते हैं। समाज में ऐसे दुष्ट-पापी हैं, जो बेटियों-महिलाओं पर बुरी नजर रखते हैं, इन्हें जेल में डालना ही पर्याप्त नहीं है। तब परशुराम जी प्रेरणाा देते हैं कि ऐसे दुष्टों को कुचल दिया जाए। भगवान परशुराम जी का अवतरण उस समय हुआ जब समाज में भयंकर अराजकता थी। जब मानवता पीड़ा से कहर उठी, सज्जनों के साथ संतों पर भी अत्याचार बढ़ने लगे, हिंसा का तांडव होने लगा, तब भगवान परशुराम ने दुष्टों का संहार करने के लिए फरसा उठाया।

संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दी जाएगी छात्रवृत्ति

सीएम ने महत्त्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। बच्चे संस्कृत पढ़ें और वेद विद्या को आगे ले जाए। संस्कृत के विद्वान, समाज के कल्याण के लिए और धर्म को आगे बढ़ाने के लिए चाहिए। इसलिए हमने संस्कृत के शिक्षकों की भर्ती प्रारंभ की है। 1900 पद भर लिए है बाकी संस्कृत के शिक्षकों की भर्ती जारी रहेगी।

स्कूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होंगे भगवान परशुराम

सीएम ने बताया जिन मंदिरों की जमीनें हैं, उसे सरकार नीलाम नहीं करेगी। मंदिर की जमीनें न बिके, इस पर सुझाव के लिए समिति गठित की जाएगी। ऐसे मंदिर, जिनके साथ कोई भूमि या संपत्ति नहीं लगी है, उन मंदिरों के पुजारियों को 5 हजार रुपये प्रति माह मानदेय दिया जायेगा। भगवान परशुराम जी के संदर्भ में स्कूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में पाठ शामिल करने का निर्देश दे रहा हूं। परशुराम जी के विषय में सभी पढ़ें और उनके जीवन से प्रेरणा लें।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जयंती पर की प्रमुख घोषणाएं

  • संस्कृत विषय के उच्च माध्यमिक शिक्षकों / माध्यमिक शिक्षकों के सीधी भर्ती के लगभग 2,600 रिक्त पदों पर चरणबद्ध रूप से भर्ती की जा रही है।
  • लगभग 1,900 पद भर लिए गए है । लगभग 600 पदों पर भर्ती इसी वर्ष की जाएगी।
  • संस्कृत विषय के पदोन्नति से भरे जाने वाले जो पद रिक्त है , वहां नियमानुसार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
  • मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा पाठ्यक्रम में परशुराम जी का जीवन चरित्र सम्मिलित किया जाएगा ।
  • ऐसे निर्धन ( ब्राम्हण ) जिन्हें बी . पी . एल . श्रेणी की पात्रता है , उन्हें बी.पी.एल. परिवारों को मिलने वाले सभी लाभ दिलाए जाएंगे।
  • शासकीय देव स्थानों के पुजारियों को मानदेय 5000 रूपए दिया जाएगा।

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