8 मई को मनाया जाएगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस, जानिए क्या होगी रूपरेखा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना की फिर से शुरुआत की। इस योजना के तहत MP की 196 लाडली लक्ष्मी बेटियों को बाघा बॉर्डर की यात्रा कराई जाएगी। कार्यक्रम के बाद सीएम शिवराज मीडिया से रूबरू हुए। सीएम ने पुनः प्रारम्भ हुई ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना के बारे में बताया और 8 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा इसकी जानकारी दी।
8 मई को मनाया जाएगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस
सीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि 8 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस है। 2 तारीख की शादियां बहुत थी जिसके कारण हमने 8 तारीख का तय किया यह कार्यक्रम शाम 6:30 पर आयोजित किया जायेगा। पूरे प्रदेश की लाडली लक्ष्मी बेटियां वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगी। अपनी बेटियों को देख कर मेरा रोम रोम पुलकित हो जाता है। जीवन धन्य, सफल और सार्थक लगता है। इन्हीं बेटियों को मैंने गोद में खिलाया था और लाडली लक्ष्मी का सर्टिफिकेट दिया था। अब वो बेटियां बड़ी हो गई हैं। बेटियों को देख कर मन आनंद और प्रसन्नता से भर जाता है मैं तो, बेटियों में हमेशा देवी देखता हूं।
सीएम ने मीडिया को बताते हुए कहा कि आज दो योजनाओं का संगम है। एक जो हमारे हृदय से निकली है लाडली लक्ष्मी योजना और दूसरी माँ तुझे प्रणाम जो भारत माता के प्रति देशभक्ति की भाव पैदा करने के लिए प्रारंभ की है। यह योजना बीच में बंद कर दी गई थी। लेकिन आज लाडली लक्ष्मी बेटियां माँ तुझे प्रणाम योजना के अंतर्गत बाघा बॉर्डर पर जा रहीं हैं। बाकी स्थान भी देखेंगे।
सीएम ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य है कि हमारे देश के वीर जवान कितनी कठिनाइयों में रहकर अपने देश की सुरक्षा करते हैं वो नौजवान आँखों से देखें बर्फीले पहाड़ों पर,रेगिस्तान में 40 डिग्री सेंटीग्रेट में भी जब तापमान होता है और 50 डिग्री पार कर जाता है जब राजस्थान के कुछ इलाकों में तो उन परिस्थितियों में भी जान हथेली पर रखकर देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। आँखों से तो देखते हैं कि किन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा होती है। लेकिन चर्चा भी होती है तो चर्चा में उनका मार्गदर्शन करते हैं।
8 मई को मनाया जाएगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस
सीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि 8 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस है। 2 तारीख की शादियां बहुत थी जिसके कारण हमने 8 तारीख का तय किया यह कार्यक्रम शाम 6:30 पर आयोजित किया जायेगा। पूरे प्रदेश की लाडली लक्ष्मी बेटियां वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगी। अपनी बेटियों को देख कर मेरा रोम रोम पुलकित हो जाता है। जीवन धन्य, सफल और सार्थक लगता है। इन्हीं बेटियों को मैंने गोद में खिलाया था और लाडली लक्ष्मी का सर्टिफिकेट दिया था। अब वो बेटियां बड़ी हो गई हैं। बेटियों को देख कर मन आनंद और प्रसन्नता से भर जाता है मैं तो, बेटियों में हमेशा देवी देखता हूं।