जबलपुर प्रशासन ने 23 हजार वर्गफुट शासकीय भूमि को अवैध कब्जे से कराया मुक्त
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश में माफिया के विरुद्ध कार्यवाही का सिलसिला लगातार जारी है। माफिया विरोधी अभियान में आज जबलपुर प्रशासन द्वारा बड़ी कार्यवाही कर करीब 23 हजार वर्गफुट शासकीय भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। मुक्त कराई गई शासकीय भूमि की कीमत लगभग 13 करोड़ 80 लाख रूपये है।
आज हुई कार्यवाही में आधारताल तहसील के अंतर्गत मनमोहन नगर गायत्री मंदिर के पास उद्योग विभाग की 10 हजार वर्गफुट भूमि को गोहलपुर निवासी माफिया आसिफ के अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। आसिफ द्वारा इस शासकीय भूमि पर बाउंड्रीवाल एवं सड़क निर्माण कर कब्जा कर लिया गया था, जिसे नगर निगम और पुलिस के सहयोग से हटा दिया गया। बाउंड्रीवाल की आड़ में यहाँ अनैतिक गतिविधियाँ भी संचालित की जाती थी। अतिक्रमण से मुक्त कराई गई इस शासकीय भूमि का बाजार मूल्य लगभग 6 करोड़ रुपये है, यहाँ बनाई गई कांक्रीट सड़क एवं बाउंड्रीवाल की कीमत लगभग 12 लाख रूपये आंकी गई है।
एक अन्य कार्यवाही में राजेश खटीक के अवैध कब्जे से 3 हजार वर्गफुट भूमि को भी मुक्त कराया गया। राजेश खटीक द्वारा उद्योग विभाग को आवंटित भूमि के हिस्से पर अतिक्रमण कर गौ-शाला का निर्माण कर लिया गया था। अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई इस भूमि की अनुमानित कीमत करीब 1.80 करोड़ रूपये बताई है।
इसके साथ ही उद्योग विभाग को आवंटित भूमि में से 10 हजार वर्गफुट भूमि पचौरी पेट्रोल पंप के संचालक के कब्जे से मुक्त कराई गई। पेट्रोल पंप के संचालक को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा यह भूमि बेच दी गई थी। इस भूमि की कीमत लगभग 6 करोड़ रूपये बताई गई है।