दिग्विजय सिंह के Tweet बने आफत: एक नहीं कर चुके हैं कई Fake Tweet
भोपाल. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह वैसे तो राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं लेकिन अक्सर आधी-अधूरी जानकारी के साथ किये, उनके ट्वीट उनकी किरकिर करा देते हैं, कई बार तो वह बुरी तरह फंस चुके हैं। ताजा मामला खरगौन में हुए साम्प्रदायिक तनाव को लेकर दिग्विजय सिंह के ट्वीट को लेकर मचे बवाल का है। असल में रामनवमी के जुलूस में असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की गई, जिस पर कड़ा एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दंगाईयों को चिन्हित कर उनके मकानों पर बुल्डोजर चलवा दिया। इसी बीच दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट कर खुद की और कांग्रस की आफत बढ़ा दिया।
क्या है दिग्विजय सिंह के ट्वीट में
रविवार को रामनवमी के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शोभायात्रा पर हुई पत्थरबाजी की घटना पर ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने बिहार के फोटो को अपने टि्वटर हैंडल पर शेयर करते हुए उसे मध्य-प्रदेश के खरगोन जिले का बता दिया। इस फोटो में कुछ युवक मस्जिद में भगवा झंडा लगाते हुए नजर आ रहे हैं। असल में जो फोटो दिग्विजय सिंह ने पोस्ट किया, वह बिहार के किसी जिले का है, जिसे वह मध्यप्रदेश का बता रहे हैं, हालांकि बाद में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट डिलीट कर दिया।
दिग्विजय सिंह के वो ट्वीट जो निकले Fake
2018 में पाकिस्तान के पुल को बता चुके हैं भोपाल का
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पाकिस्तान के एक पुल की तस्वीर ट्वीट करके उसे भोपाल का रेलवे पुल होने का दावा किया था। उन्होंने लिखा था। ‘यह पिलर भोपाल में सुभाष नगर रेल फाटक पर निर्माणाधीन रेल पुल का है. पिलर पर दरारों से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं .. मैं उम्मीद करता हूं कि जो वाराणसी में हुआ वह यहां नहीं होगा। हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांग ली।
जून 2020 में सीएम शिवराज का शराब को लेकर फेक ट्वीट किया
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो ट्वीट किया। वीडियो के साथ एक कैप्शन लिखा था – “मदिरालय खोल दिए पर मंदिरों और पूजा स्थलों पर लॉकडाउन, वाह रे मामा इतना पिलाओ कि पड़े रहें, क्या कहने.” हालांकि ये ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया गया।
20 सितंबर 2020 को मंदसौर की सभा का फेक वीडियो ट्वीट किया
दिग्विजय सिंह ने एक वीडियो पोस्ट कर यह दावा किया किमंदसौर की जनता ने शिवराज सिंह चौहान को नकार दिया है और कमलनाथ को अपना मुख्यमंत्री बता दिया है। लेकिन कई न्यूज पोर्टल ने पड़ताल कर पाया कि कि, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल वीडियो में लोग जहां ‘कमलनाथ’ का नाम लेते हुए सुनाई दे रहे हैं, उस हिस्से को वीडियो में अलग से एडिट किया गया था।
अक्टूबर 2018 को योगी सरकार के खिलाफ किया फेक ट्वीट
दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा ‘ये उत्तर प्रदेश की हालत क्या कर दी योगी ने, अखिलेश यादव द्वारा चलवाई गई 108,102 एम्बुलेंस खड़ी जंग खा रही है और जनता अपने बीमार परिजनों को ठेलों पर अस्पताल ले जा रही है। जबकि जो एंबुलेंस की फोटो उन्होंने डाली वह आंध्रप्रदेश की थी। ट्वीट की गई फोटो को जूम करने पर एम्बुलेंस पर अंग्रेजी में आंध्र प्रदेश लिखा दिखाई दे रहा है और छत वाले हिस्से में तेलुगू में कुछ लिखा हुआ है।
दिग्विजय सिंह का फेक ट्वीट, जल्दबाजी में ट्वीट करने का नाता बहुत पुराना है, वो कई बार ट्रोलर्स और सरकार के निशाने पर रह चुके हैं, सीएम शिवराज के खिलाफ फेक ट्वीट करने पर तो उनके ऊपर एफआईआर तक दर्ज की जा चुकी है। अभी हाल ही में खरगौन को लेकर किए, उनके ट्वीट पर भी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एफआईआर कराने की बात कही है।