मध्यप्रदेश में मानसून का अर्धशतक, कहीं झमाझम बारिश तो कहीं चमकी धूप, मध्यप्रदेश में कोटे की 76% बारिश।

भोपाल- मध्यप्रदेश में मानसून ने 16 जून को दस्तक दी थी और आज राज्य में मानसून के 50 दिन पूरे हो गए हैं। इस बीच 3 अगस्त तक राज्य ने 722.4 मिमी बारिश दर्ज की है, जो कि सामान्य 482 मिमी की तुलना में लगभग 50% अधिक है। आज 7 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विभाग ने ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुरकलां, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, नीवाड़ी में अगले 24 घंटे के दौरान येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अत्यधिक भारी बारिश के साथ बिजली गिरने, तूफानी हवाएं चल सकती है और जलभराव की आशंका जताई जा रही है।
मध्यप्रदेश में कोटे की 76% बारिश
पूर्वी/ मध्य और उत्तरी हिस्सों जैसे ग्वालियर चंबल, रीवा एवं सिंगरौली में बीते 24 घंटों में कहीं 2 से 5 इंच (50–125 मिमी) तक बारिश हुई। विशेष रूप से सावन में बने चक्रवातीय परिसंचरण और ट्रफ के चलते भारी वर्षा हो रही है। इधर राजधानी भोपाल की बात करें तो भोपाल सहित कई इलाकों में पिछले तीन दिनों से धूप खिली रही। भोपाल जिले में अब तक कुल 605.7 मिमी बारिश दर्ज रही, जबकि सामान्य बारिश 445.7 मिमी दर्ज की जाती है। यानी भोपाल जिले में अब तक 36% अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं मध्यप्रदेश में अब तक कोटे की 76% बारिश हो चुकी है।

MP में कोई सक्रिय मानसून सिस्टम नहीं
उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश में फिलहाल कोई सक्रिय मॉनसून सिस्टम नहीं है, इसलिए भोपाल में अगले 3 से 4 दिन बारिश की संभावना कम है। बता दें कि, बीते दो महीने में प्रदेश के लगभग 8 जिलों ने अपना मौसमी कोटा पूरा कर लिया विशेष रूप से ग्वालियर, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी में मौसमी बारिश सामान्य से कई गुना अधिक रही है। मानसून को अभी लगभग दो महीने बचे हैं। ऐसे में संभावना है कि, अगस्त महीने में ही बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा। मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।