कलेक्टर पुलिस कांफ्रेंस में सीएम साय ने दिया निर्देश : दुर्ग रेंज पुलिस को कार्यों में तेजी लाते हुए अपराधिक मामलों का समय पर केश सॉल्व करें
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आयोजित कलेक्टर्स पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस में समाचार लिखे जाने तक बिलासपुर और दुर्ग रेंज के लिए कार्यों की समीक्षा की गई है। इसमें मुख्यमंत्री ने दुर्ग रेंज और बिलासपुर रेंज पुलिस को निर्देश देते हुवे समय पर सभी अपराधिक मामलों को सुलझाने का बात कहा है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री साय ने जिलों में कानून और व्यवस्था सहित अपराधों की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के साथ ही भविष्य में पुलिसिंग को और अधिक विश्वसनीय, पारदर्शी व उत्तरदायी बनाने की दिशा में किए जा सकने वाले सुझावों पर विस्तार से चर्चा शुरू की।
इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने निर्देश दिया कि दुर्ग पुलिस रेंज को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है,हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं,ये सही नही है। कई मामलों में आरोपी फरार है, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए। किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए। प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पे ना हो बल्कि वास्तव में हो। नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें।
वहीं मुख्यमंत्री साय ने बिलासपुर रेंज पुलिस को निर्देश देते हुवे कहा की बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है,लेकिन इससे संतोष करना नही है, हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई है,जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए। एसपी और कलेक्टर टीम भावना से आपसी समन्वय से काम करें। धार्मिक मामलों में लापरवाही न करें और तुरंत कार्रवाई करें। हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए , ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें। गौ-तस्करी व नशा एक बहुत बड़ी समस्या है, इस पर नियंत्रण पाना है,ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई करनी है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का राजनांदगांव रेंज पुलिस को निर्देश
रेंज में कुछ जगह अच्छे काम हुए हैं, त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में अच्छी कार्रवाई हुई है लेकिन सिर्फ इतना पर्याप्त नहीं है। अवैध शराब बिक्री की बहुत शिकायत है,पुलिस के संरक्षण के आरोप लगते है,ये बिलकुल नहीं होना चाहिए,अवैध शराब बिक्री पूरी तरह बंद होना चाहिए। कई जगहों में जांच को लेकर काफी आक्रोश है, शिकायत मिलती है की जांच टीम सही से जांच नही कर रही,अधिकारी जांच में उपस्थित नही रहते है,ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, काम में लापरवाही बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।