राष्ट्रपति मुर्मू ने भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर किया नियुक्त, विपक्ष ने जताई आपत्ति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रो-टेम स्पीकर नियुक्त किया है। हालांकि, विपक्ष ने इस नियुक्ति पर आपत्ति जताई है और कहा है कि यह संसदीय परंपराओं को नष्ट करने का प्रयास है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार, जो सांसद अधिकतम कार्यकाल का हो, उसे प्रो-टेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया जाता है। लेकिन इस बार, सात कार्यकाल के सांसद भर्तृहरि महताब को नियुक्त किया गया है, जबकि आठ कार्यकाल के सांसद कोडीकुन्नील सुरेश को नजरअंदाज कर दिया गया है।
वहीं कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि यह “संसदीय मानदंडों को नष्ट करने का प्रयास” है और सरकार को इस फैसले का कारण बताना चाहिए। कांग्रेस सांसद मणिकम तागोर ने भी इसे संसदीय कार्यवाही मंत्री किरेन रिजिजू का “पहला गलत कदम” बताया। जानकारी के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त प्रो-टेम स्पीकर का प्राथमिक कर्तव्य नए सांसदों को शपथ दिलाना होता है। इसके बाद नया स्पीकर चुना जाता है, जो आमतौर पर सरल बहुमत से होता है।
क्या भर्तृहरि महताब के पास प्रोटेम स्पीकर के रूप में कोई विशेष कौशल है?
भर्तृहरि महताब के पास प्रोटेम स्पीकर के रूप में कोई विशेष कौशल नहीं है, लेकिन उन्हें संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उनके लंबे संसदीय कार्यकाल के कारण चुना है।
रिजिजू ने कहा कि महताब लगातार सात बार चुने गए हैं और वह सबसे अधिक समय तक लोकसभा के सदस्य रहे हैं।
इसलिए, उनकी नियुक्ति प्रोटेम स्पीकर के रूप में संसदीय कार्य मंत्री के कारण हुई है, न कि कोई विशेष कौशल के कारण।
भर्तृहरि महताब के निजी जीवन के बारे में कुछ जानकारी
भर्तृहरि महताब का जन्म 8 सितंबर 1957 को ओडिशा के कटक जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा कटक से प्राप्त की है। महताब ने 1998 से 2024 तक लोकसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया है। उन्होंने 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव जीता था। उन्हें 2017 में श्रेष्ठ संसद सदस्य का पुरस्कार मिला था,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया है, महताब ने 28 मार्च 2024 को बीजू जनता दल से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। उन्हें 2017 में श्रेष्ठ संसद सदस्य का पुरस्कार मिला था साथ ही महताब ने लोकसभा में अपने कार्य के दौरान कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिसमें 2017, 2018, 2019 और 2020 में संसद रत्न पुरस्कार शामिल है,महताब की नियुक्ति का कारण उनके लंबे संसदीय कार्यकाल के कारण है, जिसमें उन्होंने लगातार सात बार चुने गए हैं।