विधानसभा में बोले पूर्व CM शिवराज, नवनिर्वाचित विधायकों को दीं शुभकामनाएं

मध्यप्रदेश में मोहन सरकार बनने के बाद विधानसभा का सत्र बुलाया गया। इस सत्र में सभी नव निर्वाचित विधायकों ने पद की गोपनीयता की शपथ ली। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए नव निर्वाचित विधायकों को बधाई दी और नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को प्रदेश को बागडोर सम्हालने के लिए शुभकामनाएं दीं।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि- मैं अपने सभी नवनिर्वाचित विधायक मित्रों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। विधानसभा में जहां एक तरफ पुराने और अनुभवी साथी भी विधायक चुनकर आए हैं, वहीं नई पीढ़ी का भी पर्याप्त समावेश है। एक और आनंद का विषय है पीढ़ी परिवर्तन भी हुआ है। श्री मोहन यादव जी मुख्यमंत्री हैं… तो नेता प्रतिपक्ष भी उमंग सिंगार जी हैं और पीढ़ी परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है दोनों पक्षों में देखने मिल रही है और इसे हमको जहां तक मैं सोचता हूं बहुत सकारात्मक रूप से लेना चाहिए।
पूर्व सीएम ने अपना कार्यकाल याद करते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि एक तरफ मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के नेतृत्व में प्रदेश प्रगति और विकास की नई ऊंचाइयां छूएगा।मैंने लगभग 17 साल मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा की है और विकास हो या जनकल्याण मुझे आत्मसंतोष और गर्व भी है कि अपनी जनता के लिए और प्रदेश के विकास के लिए मैं बहुत काम कर पाया। लेकिन स्वाभाविक रूप से एक राज्य के नागरिक के नाते मेरी यही इच्छा है कि श्री मोहन यादव जी के नेतृत्व में मुझसे बेहतर काम हो। सोचने के दो दृष्टिकोण हो सकते हैं एक हो सकता है कि मैंने बहुत अच्छा काम किया। लेकिन नागरिक और अच्छे व्यक्ति के नाते हम सोचे कि मैंने अच्छा किया लेकिन मुझसे अच्छा मेरे बाद आने वाला मुख्यमंत्री करें।
शिवराज ने आगे कहा कि मैं श्री मोहन यादव जी को राजेंद्र शुक्ला जी, जगदीश देवड़ा जी को और आने वाले मंत्रिमंडल को न केवल शुभकामनाएं देता हूं, बल्कि सकारात्मक और सक्रिय सहयोग करूंगा। विधायक दल के नेता के नाते वह हमारे भी नेता हैं। दूसरा विधायक के नाते भी मैं विधानसभा को ईंटगारों का भवन नहीं मानता पवित्र मंदिर मानता हूं। मुझमें यह भाव भी नहीं है कि मैं तो बड़ा हूं। मैं विधायक हूं तो विधानसभा मेरा मंदिर है। एक विधायक के नाते पूरी सक्रियता के साथ में विधानसभा में भी काम करूंगा मेरी बुधनी क्षेत्र की जनता जिसने मुझे बिना जाए सदैव भारी बहुमत से जिताया है। इस बार भी 105000 वोटो से जीता हूं। वहां का विकास मेरा स्वाभाविक ड्यूटी है कर्तव्य है। लेकिन प्रदेश की जनता की भी भावनाओं का प्रतिनिधित्व विधानसभा में होता है वह भी मैं करता रहूंगा। मैं बहुत आनंदित और प्रसन्न हूं आज विधानसभा में नए मित्र शपथ ग्रहण कर रहे हैं और जिस ढंग से नई सरकार ने काम शुरू किया है वह आनंद और प्रसन्नता देने वाला है।