संत रविदास जी के विचारों पर चलकर भाजपा सरकार जनता की सेवा कर रही,सीएम
सिंगरौली।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैढ़न, जिला सिंगरौली से संत शिरोमणि श्री रविदास जी स्मारक निर्माण हेतु समरसता यात्रा का शुभारंभ किया उसके पहले उन्होंने श्री रविदास जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।मुख्यमंत्री ने कहा जनम जात मत पूछिए, का जात अरू पात।
रैदास पूत सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात।।
मुख्यमंत्री ने कहा भारत संत समाज के शिरोमणि रविदास महाराज जी अद्भुत संत थे। उन्होंने जाति के छुआछूत के भेदभाव के विरुद्ध समरसता का संदेश देते हुए मानव कल्याण का रास्त दिखाया। भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों को आगे बढ़ाने का काम संत रविदास जी ने किया। उन्होंने संत रविदास की तारीफ करते हुए कहा कि संत शिरोमणि ने समाज में फैली बुराइयों पर प्रहार करके समाजिक सद्भाव का संदेश दिया था। उनका जन्म परोपकार के लिए हुआ था।मुझे ये कहते हुए आनंद और प्रसन्नता है, हमने तय किया था कि सागर के पास संत रविदास जी महाराज का ₹102 करोड़ की लागत से भव्य मंदिर बनाया जाएगा और आज मंदिर निर्माण के लिए समरसता यात्राएं गांव-गांव जा रही हैं।मुख्यमंत्री शिवराज बोले- सागर में बनने वाले संत रविदास जी के मंदिर में उनकी स्मृतियों पर आधारित म्यूजियम, लाइब्रेरी, भक्त निवास आदि बनाए जाएंगे, 12 अगस्त को पीएम मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में रविदास मंदिर का भूमिपूजन किया जाएगा। संत रविदास जी के नाम पर भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है जिसमें 6 हजार बच्चों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुझे विश्वास है कि ये संत रविदास मंदिर निर्माण समरसता यात्राएं प्रदेश में समरसता का नया वातावरण बनाएंगी।
ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिलै सबन को अन्न।
छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न।।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, संत रविदास जी के विचारों पर चलकर प्रधानमंत्री सबका साथ, सबका विकास संकल्प के साथ जनकल्याण के कार्य कर रहे हैं। कोई गरीब भूखा न रहे इसीलिए भाजपा सरकार निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है।भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है।अब गरीबों को 5 रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने का काम किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास महाराज जी के विचारों पर चलते हुए भाजपा की सरकार जनता की सेवा कर रही है।हमने तय कर दिया कि छोटे दुकानदार भाइयों-बहनों को किसी शहर में बैठकी देने की जरूरत नहीं है।संत रविदास जी कहते थे कि सब प्रसन्न रहें…उन्होंने कहा मैं अपनी बहनों की आँखों में आँसू नहीं रहने दूँगा, उनके चेहरे पर मुस्कुराहट लाना है। लाड़ली बहना योजना की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर 3 हजार रुपये तक ले जाना है।अगर किसी भांजे-भांजी का एडमिशन मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज या किसी उच्च शिक्षण संस्थान में होगा, तो फीस माता-पिता नहीं, बल्कि उनका मामा भरवाएगा।मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कांग्रेस की सरकार में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए बजट सिर्फ ₹286 करोड़ होता था, लेकिन आज ₹26,000 करोड़ हम खर्च कर रहे हैं।