मुख्यमंत्री ने कहा पर्यावरण बचेगा, धरती बचेगी आने वाली पीढ़ी भी धरती पर रह सकेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रवींद्र भवन में ‘यूथ फॉर लाइफ’ कार्यक्रम का शुभारंभ कर संदेश दिया कि,
हरियाली है तो खुशहाली है
बिना इसके जीवन खाली है
‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर लें पौधरोपण का संकल्प
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा भारतीय संस्कृति अद्भुत है। पूरा विश्व आज जिन खतरों की चर्चा कर रहा है। उन खतरों की तरफ पहले से ही हमारे संतों और ऋषि-मुनियों ने ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा है कि एक ही चेतना हम सब में विद्यमान है।
पेड़ लगाएं
धरती को बचाएं पौधे हमें आक्सीजन प्रदान करते हैं। हम पौधे लगाकर इतनी ऑक्सीजन का इंतजाम तो कर लें, जितनी की हमारी सांसों के लिए आवश्यक है। दूसरों के लिए पौधे भले ही न लगाएं, अपने लिए ही लगा लें। इतना ही कर देंगे तो धरती की बड़ी सेवा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा आज दुनिया पर्यावरण दिवस मना रही है। लेकिन हम युगों-युगों से वृ्क्षों की पूजा कर उनका संरक्षण करते आ रहे हैं। श्रीकृष्ण जी ने गोवर्धन पर्वत की पूजा करने का मार्ग दिखाया था। ये पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बचाने का संदेश है।
गंगा, सिंधु, कावेरी, यमुना, सरस्वती ये नदियों को मां मानकर पूजो, उनको भी स्वच्छ रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा आज विश्व पर्यावरण दिवस पर मैं चेताते हुए कह रहा हूं कि अगर हम नहीं जगे तो धरती आने वाली पीढ़ीयों के रहने लायक नहीं बचेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा एक पेड़ लगाएं, मैं रोज तीन पेड़ लगाता हूं। मेरा आह्वान है पूरे मध्यप्रदेश को, जन्मदिन पर पेड़ लगाओ। विवाहित अपने सालगिरह पर पेड़ लगाएं। माता जी पिताजी की पुण्यतिथि पर पेड़ लगाएं।
पर्यावरण फैशन नहीं है कि हम कर्मकांड कर ले और समझें की बच गये। हम अपने जीवन, लाइफस्टाइल में परिवर्तन करेंगे तभी पर्यावरण बचेगा, धरती बचेगी और आने वाली पीढ़ी भी इस धरती पर रह सकेगी।
कार्यक्रम मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागृति लाने के लिए पर्यावरण वॉलंटियर को आई कार्ड और प्रशिक्षण पुस्तिका प्रदान कर प्रदेश की 7 स्मार्ट सिटी की ‘क्लाइमेट स्मार्ट सिटी कार्य योजना’ एवं उस पर आधारित पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया।