मन की बात कार्यक्रम में जिक्र होने से हो गया बड़ा ब्रांड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपना मन की बात कार्यक्रम आज प्रसारण हुआ। अब तक जितने भी प्रसारण उनके द्वारा किए गए उनमें देश से जुड़े आम नागरिकों की बात की गई। देश के उन कोनो तक पहुंचने के प्रयास किया गया, जिन कोनो से देश की संपदा, देश की संस्कृति और लोगों द्वारा सार्थक प्रयास किस प्रकार से उन्नति और मान सम्मान बढ़ाने में एक अनोखा प्रयोग साबित हुआ। इन सब बातों का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम में करते आए हैं। भोपाल के द कबाड़ीवाला का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जनवरी 2023 को मन की बात कार्यक्रम में जिक्र किया था। इसके बाद कबाड़ीवाला के पास लोगों के कॉल बढ़ गए। पीएम ने द कबाड़ीवाला के ई-वेस्ट को रिसाइकल करने के काम की सराहना की थी।
2015 में अनुराग असाटी ने अपने मित्र कवींद्र रघुवंशी के साथ द कबाड़ीवाला डॉट काम की शुरुआत की थी। उस समय लोग कबाड़ को लेकर जागरूक नहीं थे। अनुराग ने बताया कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में जिक्र करने के बाद ई-वेस्ट को लेकर जागरूक हुए हैं। लोगों के जानकारी के लिए हमारे पास कॉल कई गुना बढ़ गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का हमारे काम की सराहना करना ही बड़ी बात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जून 2021 को मन की बात में मध्यप्रदेश के किसान रामलोटन कुशवाहा का जिक्र किया था। सतना जिले में पिथौराबाद के रहने वाले रामलोटन अपने घर में कई दुर्लभ दवाएं रखते हैं, उनका घर नर्सरी जैसा सुंदर दिखता है।
मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मिनट 10 सेकेंड के भाषण में सतना के रामलोटन कुशवाहा के बगीचे के 250 से ज्यादा औषधीय पौधों की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, देशवासियों को रामलोटन जी से सीख लेकर ऐसे प्रयोग करने चाहिए। इससे आमदनी भी बढ़ेगी और स्वास्थ्य लाभ भी होगा। रामलोटन कुशवाहा और पद्मश्री बाबूलाल दहिया आपस में मित्र हैं, रामलोटन उन्हीं के साथ मिलकर जैव विविधता के संरक्षण पर काम कर रहे हैं