जन्म के समय कम लिंगानुपात दर्शाने वाले जिलों की होगी निगरानी

मध्य प्रदेश के एक दर्जन से अधिक ऐसे जिले जहां लिंगानुपात कमी की गई है दर्ज। इन जिलों को लेकर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने तैयार किया रोड मैप। गर्भपात करने वाली औषधियों के विक्रय पर भी होगी विभाग की नज़र।
औषधि निरीक्षकों को और सक्रियता से मॉनिटरिंग करने के निर्देश
कम लिंगानुपात वाले जिले के सोनोग्राफी केन्द्रों के संचालकों, जिला समुचित प्राधिकारियों और पीसीपीएनडीटी नोडल ऑफिसर किया जाएगी समीक्षा
इन जिलों में काम है जन्म के समय लिंगानुपात
दतिया, सतना, ग्वालियर, रायसेन, सीधी, बुरहानपुर, सीहोर, गुना, देवास, सिंगरौली, पन्ना, हरदा और बड़वानी
प्रदेश में साल 2015-16 में एक हजार बालक पर 927 बालिकाओं के विरुद्ध वर्ष 2019-20 में एक हजार बालक के विरुद्ध 956 बालिकाओं का हुआ है जन्म। राज्य सुपरवाइजरी बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी ने दिए निर्देश।