मुख्यमंत्री शिवराज ने की भगवान परशुराम से जुड़ी बड़ी घोषणाएं

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भगवान परशुराम की जयंती हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जा रही है। इस अवसर पर विशाल शोभा यात्रा निकाली गई।

शोभा यात्रा में शामिल होने बड़ी संख्या में भक्त भोपाल लाला घाटी चोराहे पर जुटे। परशुराम जयंती के मौके पर बागेश्वर सरकार को देखने भारी भीड़ उमड़ी। हजारों की संख्या में बागेश्वर के भक्त उमड़े। लोगों ने अपने शरीर पर राम राम लिखवाया, शरीर पर धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर बनाई। कई भक्तों ने शरीर पर लिखवाया- एक ही संकल्प हिंदू राष्ट्र। शोभा यात्रा में सीएम शिवराज सिंह के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व महापौर आलोक शर्मा मौजूद रहे।

इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि गुफा मंदिर परिसर में विशाल भवन बनेगा। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम न्याय के देवता हैं। मध्यप्रदेश में गुंडे, बदमाश, नक्सलियों की खैर नहीं। परशुरामजी की कृपा से खैर नहीं। हम अकेले अकबर को नहीं पढ़ाएंगे, राम को भी पढ़ाएंगे, परशुराम को भी पढ़ाएंगे। आठवीं की कक्षा में परशुराम जी को पढ़ाया जा रहा है। पुजारियों को ₹5000 भत्ता दिया जा रहा है। कर्मकांडी बच्चों को स्कॉलरशिप शुरू हो चुकी है। मंदिरों की जमीन पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना होगी। वहीं पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू धर्म के लोगों को रामचरितमानस वितरित कीं। उन्होंने अलग-अलग समाजों को रामचरितमानस वितरित की।

सनातनियों को माला और आत्मरक्षा के लिए भाला की जरूरत

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि परशुरामजी ने 21 बार क्षत्रियों को भूमिहीन किया लेकिन भोपाल में आज कोई ब्राह्मण नहीं, कोई क्षत्रिय नहीं सब सनातनी नजर आ रहे हैं। परशुरामजी ने क्षत्रियों को भूमि से हीन नहीं किया, आततायियों को भूमिहीन किया। परशुरामजी ने यह बताने का प्रयास किया कि हम किसी एक जाति के नहीं हैं, हम सभी जातियों के साथ हैं। सनातनियों को शास्त्र और शस्त्र की जरूरत है। सनातनियों को माला और आत्मरक्षा के लिए भाला की जरूरत है। बागेश्वर धाम सरकार ने फिर हिंदू राष्ट्र की बात को दोहराया, कहा कि सनातनियों ने चाहा तो भारत हिंदू राष्ट्र होगा। बागेश्वर धाम ने एकता और जातिवाद से दूर रहने के लिए उठवाए हाथ। बोले पागलों अब जातिवाद का नाता तोड़ना पड़ेगा, सब हिंदुओं को एक होना पड़ेगा।

स्वच्छता की अनूठी मिसाल

भगवान परशुराम की जयंती पर निकली शोभा यात्रा में भोपाल में स्वच्छता की अनूठी मिसाल देखने को मिली, इसलिए सबसे स्वच्छ राजधानी है भोपाल। आगे-आगे शोभायात्रा चल रही थी और पीछे-पीछे सफाई हो रही। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की तैयारी के तहत राजधानी में स्वच्छता की अनूठी तस्वीर दिखी। यात्रा के पीछे-पीछे कदमताल कर सफाईकर्मी चलते रहे।

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