MP : डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर महाकुंभ में CM शिवराज की वे घोषणाएं जो आपको जानना है जरूरी !
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के मेला ग्राउंड में आयोजित “बाबासाहेब अंबेडकर महाकुंभ” का शुभारंभ किया। इस दौरान कार्यक्रम में विशिष्ट अथिति केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और अन्य नेतागण उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने हमें संविधान दिया, इसी संविधान के आधार पर मोदी जी देश में और हम मध्यप्रदेश में सरकार चला रहे हैं।
सीएम ने कांग्रेस पर बोला हमला
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब महाकुंभ का आयोजन नहीं किया। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने कभी बाबा साहब का स्मारक क्यों नहीं बनाया? सीएम ने आगे कहा कि हमें कहते हुए गर्व है कि अम्बेडकर नगर महू में हमने बाबा साहब का स्मारक बनाया। मैं कांग्रेस से सवाल करता हूं कि संविधान निर्माता बाबा साहब को चुनाव क्यों हरवाया? इतिहास कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।
तीर्थ दर्शन योजना में जोड़े गए बाबा साहब के पंचतीर्थ
सीएम ने कहा कि बाबा साहब के पंचतीर्थ, जहाँ पर उनका जन्म हुआ, जहाँ पर उनकी शिक्षा हुई, दिल्ली में जहाँ पर उन्होंने संविधान लिखा, नागपुर में जहाँ उन्होंने दीक्षा ली और मुम्बई में जहाँ उनका अंतिम संस्कार हुआ, इन पाँचों स्थानों को भी तीर्थ दर्शन योजना में जोड़ लिया गया है। 21 मई से हवाई जहाज से भी तीर्थ दर्शन यात्रा शुरु हो रही ह
डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर महाकुंभ में सीएम शिवराज की प्रमुख घोषणाएं
- बाबा साहेब के पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में किया गया शामिल
- मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत 21 मई से हवाई जहाज से भी कराए जाएंगे तीर्थ दर्शन
- महू में साढ़े तीन एकड़ जमीन आवंटित कर दी गई है, इस पर बाबा साहेब जी के भक्तों को सुविधाएं देने के लिए होगा निर्माण ।
- औद्योगिक क्षेत्रों में अनुसूचित जाति के उद्योग लगाने वाले युवाओं को 20% भूखंड सुरक्षित रखेंगे।
- ₹100 करोड़ की लागत से संत रविदास जी महाराज के मंदिर का निर्माण होगा।
- नगरीय निकायों में नई सैनिटेशन पॉलिसी बना दी है। मेन होल की सफाई अब केवल मशीनों से की जाएगी। मशीनों पर भी सब्सिडी दी जाएगी
- अभी तक जिन परिवार की आय ₹6 लाख होती थी उनकी फीस सरकार जमा करवाती थी, अब ₹8 लाख की आय पर भी बच्चों की फीस सरकार भरवाएगी।
- ग्वालियर में श्रमोदय विद्यालय खोला है, जहां पढ़ने वाले बच्चे यदि किराये का कमरा लेंगे तो वो भी परिवार नहीं, हम देंगे।