मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मध्यप्रदेश का वित्तीय प्रबंधन अच्छा है, आर्थिक स्थिति मजबूत है

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज मध्यप्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण आया है। मुझे कहते हुए प्रसन्नता है कि आर्थिक सर्वेक्षण में जो तथ्य आए हैं वह ये सिद्ध करते हैं कि मध्यप्रदेश का वित्तीय प्रबंधन अच्छा है, आर्थिक स्थिति मजबूत है।
वर्ष 2005 में ऋण जीएसडीपी अनुपात 39.5 प्रतिशत था। लेकिन कोविड महामारी की कठिनाइयों के बावजूद यह घटकर 2020-21 में 22.6 प्रतिशत हो गया है। यह अपने आप में सिद्ध करता है कि जीएसडीपी के अनुपात में ऋण का प्रतिशत लगातार घटा है।
सकल घरेलु उत्पाद वर्ष 2001-02 में 71,594 करोड़ था जो अब बढ़कर 13 लाख 22 हजार करोड़ रुपये हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 2001-02 में 11 हजार 718 रुपये थी, जो वर्ष 2011-12 में बढ़कर 38,497 रुपये हुई और अब वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1 लाख 40 हजार 500 रुपये हो गई है।
यह सभी आंकड़े बताते हैं कि मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत है। जीएसडीपी का आकार लगातार बढ़ रहा है। करों का संग्रहण लगातार बढ़ रहा है। प्रति व्यक्ति आय लगातार बढ़ रही है।
किसानों को ऋण वितरण में 13.41 प्रतिशत और एमएसएमई क्षेत्र को ऋण देने में 30.22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। स्ट्रीट वेंडर्स को भी ऋण प्रदान करने में मध्यप्रदेश सबसे आगे हैं। हमने 5.25 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को 521 करोड़ रु से अधिक का ऋण दिया है।
विगत वर्ष हमारा पूंजीगत व्यय 37 हजार 89 करोड़ रुपये था। हमने एक साल में उसको 23.18 प्रतिशत बढ़ाया। अब वह बढ़कर 45,685 करोड़ रु हो गया है। औद्योगिक विकास दर 2001-02 में -0.61 प्रतिशत थी। 2022-23 में बढ़कर 24 प्रतिशत हुई है।