मप्र के इस विश्वविद्यालय में बनेगा श्री महाकाल सांस्कृतिक वन
महाकाल लोक के बाद अब मध्यप्रदेश के उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के परिसर में श्री महाकाल सांस्कृतिक वन स्थापित करने की योजना पर इन दिनों कार्य किया जा रहा है। गुजरात की तर्ज पर इस नवविकसित वन से उज्जैन की सांस्कृतिक विरासत, इतिहास आदि का संरक्षण होगा तथा अध्ययनरत विद्यार्थियों को जैवविविधता एवं पारिस्थितिक तंत्र के अध्ययन का अवसर प्राप्त होगा।
यूं तो मोदी सरकार हो या मप्र की शिवराज सरकार, भारतीय संस्कृति को और धार्मिक स्थलों को बढ़ावा देकर विकास के आधार पर बढ़ाया जा रहा है जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा हैं।
श्री महाकाल सांस्कृतिक वन विश्वविद्यालय शैक्षणिक परिसर में 6-7 हेक्टर क्षेत्र में निर्मित किया जाएगा। कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि वन विभाग का इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए विक्रम विश्वविद्यालय सहयोग करेगा। सांस्कृतिक वन द्वारा विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को जैव विविधता औषधीय एवं पुष्पीय पौधो के अध्ययन हेतु अवसर प्रदान होंगे। जिला वन मंडल अधिकारी उज्जैन डॉ. किरण बिसेन ने बताया कि इस सांस्कृतिक वन में उज्जैन जिले की सांस्कृतिक धरोहर, इतिहास एवं विशेषता के साथ-साथ नक्षत्र वाटिका, औषधीय एवं पुष्पीय पौधों के रोपण का विशेष ध्यान दिया जाएगा।