आईटी और टेक्सटाइल का हब बनेगा मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में आयोजित हो रहे दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के प्रथम दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा की देश का उद्योग जगत मंच पर विराजमान है। मैं मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से आप सभी का स्वागत करता हूँ। इन्वेस्टर्स समिट में पधारे सभी अतिथियों व इन्वेस्टर्स के स्वागत के लिए मध्यप्रदेश ने पलक पाँवड़े बिछाए
अतुल्य भारत के अद्भुत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समृद्धशाली, गौरवशाली, वैभवशाली, शक्तिशाली व आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है। आत्मनिर्भर भारत के लिए हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की एक जमाना था जब मध्यप्रदेश बीमारू राज्य हुआ करता था। आज प्रदेश की ग्रोथ रेट 19.76% है, जो देश में सबसे ज्यादा है। हम तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। देश की जीएसडीपी में हमारा योगदान पहले 3.6% हुआ करता था, आज बढ़कर 4.6% हो गया है।
भारत में अभी गुड गवर्नेंस की रैंकिंग हुई और ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में मध्यप्रदेश नंबर एक पर है, मैं स्वयं भी आपके साथ खड़ा हूं। मेरे निवेशक मित्रों, आपको हरसंभव योगदान प्राप्त होगा।हमारे पास उद्योगों के लिए जमीन की पर्याप्त उपलब्धता है। 2 लाख हेक्टेयर का लैंड बैंक हमारे पास है। निवेशक मैप पर उंगली रखकर बता दें कि हमें यहाँ जमीन चाहिए, हम 24 घंटे में उपलब्ध करवा देंगे।इस साल हमारा निर्यात ₹60000 करोड़ से ज्यादा का हुआ है। रीवा का सोलर प्लांट दिल्ली मेट्रो को बिजली देता है। हमारे यहां कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग हो रही है, आप बताइये कि आपको क्या चाहिये? रेट पहले से तय हो जायेगा और हमारे किसान उगाकर आपको दे देंगे।उद्योगपति, किसान और सरकार मिलकर काम करेंगेएक जमाना था मध्यप्रदेश में बिजली आती-जाती थी लेकिन अब 24×7 बिजली हमारे पास है। मध्यप्रदेश में 26 हजार 800 मेगावाट की स्थापित क्षमता है। मध्यप्रदेश की बिजली से दिल्ली की मेट्रो चल रही है।
अकेले पीथमपुर ऑटो क्लस्टर में 25 हजार लोग कार्यरत हैं। ऑटो मोबाइल सेक्टर के लिए जो आवश्यक इन्फ्रा चाहिये, वह सबकुछ हमारे यहां उपलब्ध है।हमारी पूरी ब्यूरोक्रेसी आपको सपोर्ट करती है। मंत्री खुद आपको सहयोग करेंगे। मैं मध्यप्रदेश का केवल सीएम नहीं बल्कि सीईओ भी हूं।
टेक्सटाइल और गारमेंट्स में मेरी रुचि ही इसलिए ज्यादा है, क्योंकि ये सेक्टर रोजगार अधिक देते हैं।
मध्यप्रदेश में बहन और बेटियां बड़ी संख्या में कार्यरत हैं। तीन-तीन शिफ्टों में यहां काम हो रहे हैं।
मध्यप्रदेश में स्वच्छता, हरियाली, सुरक्षा, शांति और ईज़ ऑफ लीविंग है। आईटी सेक्टर को फलने-फूलने के लिए इससे ज्यादा और क्या चाहिये।
आईटी की अगली डेस्टिनेशन मध्यप्रदेश ही है
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है और उद्योगपतियों तथा निवेशकों को हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराने के लिए सदैव तत्पर है और प्रधानमंत्री ने जीरो कॉर्बन का जो संकल्प लिया है, उसको पूरा करने में भी मध्यप्रदेश कोई कसर नहीं छोड़ेगा