जानिए किन 3 महापुरुषों का भारत को ऋणी होने की सीएम शिवराज ने कही बात
भोपाल। राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम शिवराज ने लोगों को बताया कि कैसे भारत को आजादी मिली। साथ ही यह भी बताया कि 563 रियासतों का भारत में विलय करवाने के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल ने क्या नीति अपनाई। इस दौरान उन्होंने लोगों को बताया कि गुजरात के तीन महापुरुषों महात्मा गांधी, सरदार पटेल और पीएम मोदी का ऋणी है भारत। वर्ष 2014 के पहले का भारत और आज के भारत में बहुत अंतर है। आज बाइडेन और पुतीन भी मदद के लिए पीएम मोदी की तरफ देखते हैं। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मंत्री डॉ मोहन यादव, इंदर सिंह परमार समेत कई लोग मौजूद रहे।
मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल अद्भुत व्यक्ति थे, वह सदैव अन्याय के खिलाफ डटे रहें। अंग्रेजों ने कुटिल चाल चलते हुए 563 अलग-अलग राज्यों को स्वतंत्र कर दिया था लेकिन अंग्रेजों को सरदार वल्लभभाई पटेल की ताकत का एहसास नहीं था। सरदार पटेल ने गृहमंत्री के रूप में एक-एक करके सभी राजाओं, नवाबों को बुलाया और जो सीधे से मान गए उनको सीधे से मनाकर भारत में विलय करवाया और जब सीधी उंगली से घी नहीं निकला तो उन्होंने उंगली टेढ़ी करके कुछ लोगों से विलय के समझौते पर हस्ताक्षर करवाए। भोपाल और जूनागढ़ समेत कई जगहों के निजामों ने विलय करने से इंकार किया तो सरदार पटेल ने सूझबूझ दिखाई और साफ-साफ कह दिया कि अगर गड़बड़ की तो हम छोड़ेंगे नहीं और फिर उन लोगों ने भी चुपचाप विलय पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया था। वहीं कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने देश की एकता और अखंडता पर आंच नहीं आने देने का संकल्प लिया।
नेहरू के कारण कश्मीर के एक हिस्से पर हुआ पाकिस्तान का कब्जा: शिवराज
सीएम शिवराज ने लोगों को देश के इतिहास में ले जाते हुए कहा कि कश्मीर का मामला जवाहरलाल नेहरू ने देखा था। पाकिस्तान ने जब कश्मीर पर आक्रमण किया तो पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अचानक युद्ध विराम कर दिया और कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा हो गया। सीएम ने बताया कि अगर उस समय कश्मीर को भारत में मिलाने की जिम्मेदारी सरदार वल्लभभाई पटेल को दी होती तो ऐसी स्थिति न बनती। सरदार पटेल ने तो गुलामी के जमाने की ब्यूरोक्रेसी को आजाद भारत में लोक सेवा में तब्दील कर दिया था।
कांग्रेस ने हमेशा एक ही खानदान को किया महिमामंडित
यह देश का दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद हमेशा एक ही खानदान का महिमामंडन भारत में होता रहा और सरदार पटेल के योगदान को भुला दिया गया। पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनाया जिससे आज देश-विदेश के लोग आजादी में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को जान रहे हैं।