रूस-यूक्रेन संकट : जाने क्या हुआ अब तक
- सोमवार की रात को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दो इलाक़े को मान्यता दे दी और वहाँ सैनिक भेजने का आदेश दिया। इसके बाद से यूक्रेन संकट में नया मोड़ आ गया है।
- पुतिन का कहना है कि सेनाएँ शांतिरक्षक के रूप में भेजी जा रही हैं, लेकिन अमेरिका ने इसे आक्रमण की शुरुआत कहा है। रूसी संसद के ऊपरी सदन ने पुतिन को देश से बाहर सैनिकों को तैनात करने का अधिकार दे दिया है।
- एक छोटे से प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी मांग दोहराई कि यूक्रेन को नेटो गठबंध में शामिल नहीं होने देना चाहिए।
- इसके बाद अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने रूस के ख़िलाफ़ पाबंदियों की घोषणा की।
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देर रात दो वित्तीय संस्थाओं (वीईबी और रूसी मिलिट्री बैंक) के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रूसी अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था से हटाया जा रहा।
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस के पाँच बैंकों और तीन अरबपतियों पर पाबंदी लगाई है।
- यूरोपीय संघ ने सर्वसम्मति से अपने पहले के उपायों पर सहमति व्यक्त की है जिसमें रूस के उन सांसदों को लक्ष्य बनाना शामिल है जिन्होंने यूक्रेन को लेकर पुतिन के फैसले पर अपनी सहमति दी थी।
- जर्मनी ने नॉर्ड स्ट्रीम 2 नाम की एक अहम गैस पाइपलाइन परियोजना को रोक दिया है।
- हंगरी ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन से लगी अपनी सीमा पर सेना की तैनाती करेंगे।
- नेटो प्रमुख जेन्स स्टोल्टेंबर्ग ने कहा, “अभी समय है रूस हमले के इरादे को बदले।”