यूक्रेन संकट : रूसी राष्ट्रपति से मिलने को तैयार बाइडन, क्या निकलेगा हल

रूस-यूक्रेन तनाव को कम करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो इमैनुएल ने एक सम्मेलन करने की योजना बनाई है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएन ने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर तकरीबन 3 घण्टे की बातचीत के बाद यह प्रस्ताव यूरोपीय देशो के समक्ष प्रस्तुत किया। उसके बाद इमैनुएल ने फोन पर लगभग 15 मिनट बाइडेन से भी बातचीत की। जानकारों द्वारा इससे यह उम्मीद लगाई जा रही है कि शायद बातचीत से युरोपीय देशो के इस सबसे बड़े संकट का हल निकल जायेगा।

ह्वाइट हाउस ने कहा है कि यह सम्मेलन तभी आयोजित किया जायेगा जब रूस यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा। रूस और अमेरिका के विदेश मंत्री एक साथ बैठकर आपस में सम्मेलन की तैयारियो पर बातचीत करेंगे और अगर वे यूक्रेन पर हमला करते है तो हम उसकी प्रतिरक्षा में रूस पर गम्भीर कार्यवाही करने के लिए तैयार है।

अमेरिकी कम्पनी मैक्सर ने कहा है कि सैटेलाइट तस्वीरों से यह पता चलता है कि रूस ने यूक्रेन के सीमावर्ती इलाको के आस पास सैन्य गतिविधिया बढा दी हैं। जो संकट का सूचक है। बाइडन प्रशासन का अनुमान हैं कि यूक्रेन के आस पास के इलाको मे करीब 1 लाख 90 हजार सैनिको को तैयार किया गया है।

हालांकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रो इमैनुएल का कहना है कि दोनो ही नेता नार्मडी फॉर्मेट के जरिये वार्तो बहाल करने पर सहमत हो गए है। बोरिस जानसन ने इसके लिए पुतिन का स्वागत किया है।

नार्मडी फॉर्मेट:- यह किसी भी संघर्ष को हल करने के लिए डोनबास में बनाया गया चार देशों रूस, यूक्रेन, फ्रांस और जर्मनी का एक समूह हैं।

क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि पुतिन ने तनाव बढाने के लिए यूक्रेन की सेना को जिम्मेदार ठहराया है। वही, यूक्रेन ने इस दावे को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि मॉस्को उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा है जिसका मकसद बहाना बनाकर कीव पर हमला करना है। इन सभी बातों को ध्यान में रहते हुए हम यही कह सकते हैं कि दोनो देशो के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है।

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